गौतमबुद्ध नगर के जेवर में एक नये विमानन केंद्र के रूप में विकसित हो रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनआईए) का परिचालन इस साल के अंत तक शुरू हो सकता है।

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केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने हाल ही में संवाददाताओं को बताया कि हवाई अड्डे का उद्घाटन 30 अक्टूबर को होगा और अगले 45 दिन के भीतर 10 मार्गों पर उड़ानें शुरू हो जाएंगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दोहराया है कि हवाई अड्डे से वाणिज्यिक उड़ानें 2025 के अंत तक शुरू हो जाएंगी। वर्ष 2050 से पहले पूरी तरह विकसित होने के बाद यह भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बन सकता है।
यह परियोजना पहले सितंबर, 2024 में चालू होने वाली थी। हालांकि, कोविड-19 महामारी के चलते इसमें देरी हुई।
चार चरणों में विकसित किए जा रहे इस हवाई अड्डे के पहले चरण की मुख्य विमानन अवसंरचना तैयार हो चुकी हैं। इसमें एक रनवे और एक यात्री टर्मिनल शामिल है, जिसकी वार्षिक क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की है।
एनआईए के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘चरण एक का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है, और हवाई अड्डा इस साल चालू होने की राह पर है। सत्यापन उड़ान दिसंबर, 2024 में सफलतापूर्वक पूरी हुई।’’
अब नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से हवाई अड्डे को लाइसेंस मिलने का इंतजार है। नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद, एयरलाइन कंपनियां और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर उड़ान संचालन शुरू किया जाएगा।
श्नेलमैन ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया की एयरलाइन कंपनियों ने एनआईए से परिचालन में गहरी रुचि दिखाई है। मार्ग नियोजन और स्लॉट आवंटन पर चर्चा चल रही है, और परिचालन शुरू होने का समय नजदीक आने पर आगे की घोषणाएं की जाएंगी।’’
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