केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संस्थाओं पर निशाना साधने के बजाय अपनी बार-बार की चुनावी हार की जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।

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उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब एक दिन पहले ही गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर “वोट चोरी” करने वालों को संरक्षण देने का आरोप लगाया था और दावा किया था कि कर्नाटक में मतदाता सूची से कांग्रेस मतदाताओं के नाम व्यवस्थित तरीके से हटाए जा रहे हैं।
निर्वाचन आयोग ने आरोपों को “गलत और निराधार” बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि उचित प्रक्रिया के बिना वोटों को हटाया नहीं जा सकता।
रीजीजू ने यहां फिक्की एफएलओ के एक कार्यक्रम से इतर कहा, “अगर आप बार-बार चुनाव हारते हैं, तो आपको अपनी कमजोरियों और अपने नेतृत्व की विफलता को स्वीकार करना चाहिए। लेकिन इसके बजाय, आप संस्थाओं को दोष देना शुरू कर देते हैं। क्या यह सही तरीका है?”
केंद्रीय मंत्री ने लोकसभा में विपक्ष के नेता पर अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने का प्रयास करने का आरोप लगाया।
रीजीजू ने कहा, “अपनी चुनावी असफलताओं को छुपाने के लिए राहुल गांधी किसी अन्य संस्था को निशाना नहीं बना सकते या ध्यान भटका नहीं सकते।” उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों को लोग स्वीकार नहीं करेंगे।
मंत्री ने दावा किया कि गांधी की टिप्पणियां अक्सर भारत विरोधी दुष्प्रचार को प्रतिबिंबित करती हैं।
रीजीजू ने कहा, “पाकिस्तान जो भी विमर्श गढ़ता है, वही विमर्श राहुल गांधी और उनकी कंपनी भारत में भी फैलाती है। कई सालों से राहुल गांधी और उनकी कंपनी जो कहती आ रही है, उसका इस्तेमाल पाकिस्तान में भारत विरोधी समूह और तत्व करते पाए गए हैं।”
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