अमेरिका ने हाल ही में भारतीय सामानों पर 50 फीसदी तक का टैरिफ (शुल्क) लगा दिया है। इसी मुद्दे को लेकर भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता पर विदेश मंत्रालय ने बड़ा अपडेट दिया है।
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विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत और अमेरिका ने ‘पारस्परिक रूप से लाभकारी’ व्यापार समझौते को शीघ्र निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए प्रयासों को तेज करने पर सहमति जताई है।
शुल्क मुद्दे की वजह से दोनों देशों के संबंधों में खटास आ गई थी। हालांकि शीर्ष नेतृत्व के स्तर पर सकारात्मक संकेत दिए जाने के बाद स्थिति में सुधार आया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रस्तावित व्यापार समझौते पर इस सप्ताह भारत और अमेरिका के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत ‘सकारात्मक’ रही।
मंगलवार को यह बातचीत अमेरिका के सहायक व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच और भारत के मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के बीच नयी दिल्ली में हुई थी।
जायसवाल ने बताया कि लिंच ने वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात कर वार्ता को आगे बढ़ाया।
उन्होंने कहा, ‘‘इन दौरान व्यापार समझौते से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर सकारात्मक एवं रचनात्मक चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्र निष्कर्ष तक पहुंचाने के लिए प्रयास तेज करने का भी फैसला किया।’’
भारत और अमेरिका के रिश्ते उस समय तनावपूर्ण हो गए थे जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर शुल्क को दोगुना कर 50 प्रतिशत कर दिया था। भारत ने इस कदम को ‘अनुचित और असंगत’ बताया था।
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