जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा ना मिलने पर भड़के CM उमर अब्दुल्ला, बोले- BJP हार गयी इसलिए...

Last Updated 24 Sep 2025 04:13:42 PM IST

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में यह धारणा बन रही है कि राज्य का दर्जा बहाल नहीं किया जाएगा क्योंकि भारतीय जनता पार्टी पिछले साल विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाई थी।


जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (फाइल फोटो)

उन्होंने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल करने का विरोध केवल भाजपा ने ही किया था।

अब्दुल्ला ने अपने निजी कार्यालय के बाहर पत्रकारों से कहा, "कभी-कभी ऐसा लगता है कि जम्मू कश्मीर के लोगों को राज्य का दर्जा इसलिए नहीं मिलेगा क्योंकि भाजपा चुनाव हार गई। यह अन्याय है, क्योंकि कहीं भी यह नहीं कहा गया था कि राज्य का दर्जा सिर्फ भाजपा के जीतने पर ही बहाल होगा।" उन्होंने कहा, "राज्य का दर्जा बहाल करने के विरोध में अगर कोई है तो वह सिर्फ भाजपा है।"

अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी 11 महीने पुरानी सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जम्मू कश्मीर अब एक राज्य नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा, "जैसा कि लोगों से वादा किया गया था और उच्चतम न्यायालय को बताया गया था, हम उम्मीद कर रहे थे कि यह तीन चरणों में होगा: पहले परिसीमन, फिर चुनाव और उसके बाद राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।" उन्होंने कहा, "परिसीमन हो गया, चुनाव भी हो गए और लोगों ने बड़ी उत्साह से मतदान में हिस्सा लिया। भाजपा के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि वे चुनाव नहीं जीत पाए, लेकिन इसके लिए लोगों को दंडित नहीं किया जा सकता।"

कश्मीर में पर्यटन के बारे में अब्दुल्ला ने कहा कि इससे संबंधित पक्ष संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा, "हमने घाटी में पर्यटन को फिर से शुरू करने के लिए प्रयास किए, लेकिन हमारी उम्मीद के मुताबिक पर्यटकों की संख्या नहीं बढ़ी। लेकिन हम अपने प्रयास जारी रखेंगे।"

'आई लव मुहम्मद' अभियान से जुड़े विवाद के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि "मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति" ही इन शब्दों को लिखने को लेकर विवाद शुरु कर सकता है।

उन्होंने कहा, "इन तीन शब्दों से किसी को क्या दिक्कत हो सकती है? मुझे समझ नहीं आता कि यह गिरफ्तारी का आधार कैसे बन सकता है।" उन्होंने कहा, "मैं चाहता हूं कि अदालत जल्द से जल्द इस मामले का सही फैसला करे। 'आई लव मुहम्मद' लिखना कैसे गैरकानूनी हो सकता है?।"

अब्दुल्ला ने कहा कि भले ही यह अभियान मुसलमानों से जुड़ा हो, लेकिन 'आई लव मुहम्मद' लिखने का काम गैरकानूनी नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, "क्या दूसरे धर्मों के लोग अपने धर्मगुरुओं और नेताओं की प्रशंसा नहीं करते? कश्मीर के बाहर जब आप यात्रा करते हैं तो मुश्किल से कोई ऐसा वाहन मिलेगा जिस पर किसी देवता की तस्वीर न हो। अगर वह गैरकानूनी नहीं है तो यह कैसे गैरकानूनी हो सकता है?।"
 

भाषा
श्रीनगर


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