प्रशांत किशोर के आरोपों पर राजग मंत्री सफाई दें या पद छोड़ें : आर. के. सिंह

Last Updated 23 Sep 2025 07:53:54 PM IST

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता आर. के. सिंह ने मंगलवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और राज्य के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी से कहा कि वे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर द्वारा लगाए गए आरोपों पर ‘‘साफ जवाब दें’’ या फिर ‘‘पद छोड़ दें’’।


आरा लोकसभा सीट से चुनाव हारने के बाद से नाराज भाजपा के वरिष्ठ नेता ने यह टिप्पणी विभिन्न मीडिया माध्यमों से बातचीत के दौरान की।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैंने जो कहा है, उस पर कायम हूं। इन नेताओं के अलावा भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह सब बातें पार्टी और राज्य सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रही हैं। यदि उनके पास आरोपों को गलत साबित करने के सबूत हैं, तो वे सामने रखें और चाहें तो प्रशांत किशोर पर मानहानि का मुकदमा भी करें। यदि ऐसा नहीं है, तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।’’

प्रशांत किशोर ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि सम्राट चौधरी ने मैट्रिक परीक्षा पास किए बिना ‘डी-लिट’ की उपाधि कैसे प्राप्त कर ली। उन्होंने अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने और पिछले तीन वर्षों में कथित रूप से 200 करोड़ रुपये की जमीन ‘‘गैरकानूनी तरीकों से’’ खरीदने का आरोप लगाया था। 

किशोर ने भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर भी ‘‘अवैध रूप से’’ एक अल्पसंख्यक महाविद्यालय के मालिक बनने का आरोप लगाया था।

किशोर ने कहा था, ‘‘सम्राट चौधरी दावा करते हैं कि उन्हें अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से ‘डी-लिट’ की उपाधि मिली है। लेकिन उन्होंने 10वीं की परीक्षा कब पास की? चौधरी ने 2010 के चुनावी हलफनामे में खुद को सातवीं पास बताया था। इसके बाद के हलफनामों में उन्होंने ‘डी-लिट’ उपाधि का जिक्र किया। बिना 10वीं पास किए यह कैसे संभव है? निर्वाचन आयोग को चौधरी से उनकी 10वीं के प्रमाणपत्र की प्रति मांगनी चाहिए।’’

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आर. के. सिंह ने कहा, ‘‘सम्राट चौधरी को जनता के सामने अपनी डिग्रियां रखनी चाहिए। सबूतों के साथ स्पष्ट करना चाहिए... इसमें समस्या क्या है कि वह मैट्रिक और स्नातक की डिग्रियां दिखाएं? वरना इसका असर पार्टी की विश्वसनीयता पर पड़ रहा है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि अशोक चौधरी और दिलीप जायसवाल को भी इन आरोपों पर सफाई देनी चाहिए।

आर. के. सिंह ने यह भी चेतावनी दी कि यदि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के आरा के वर्तमान विधायक अमरेन्द्र प्रताप सिंह और बड़हरा के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह को टिकट दिया गया तो वह भाजपा के खिलाफ प्रचार करेंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों विधायकों ने लोकसभा चुनाव में उनके खिलाफ काम किया था और ये दोनों विधानसभा क्षेत्र आरा लोकसभा क्षेत्र में आते हैं।

सिंह ने कहा, ‘‘मैंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को स्पष्ट रूप से बता दिया है कि इन दोनों विधायकों ने मेरे खिलाफ काम किया था। यदि इन्हें टिकट दिया गया, तो मैं इनके खिलाफ प्रचार करूंगा।’’

उन्होंने यह भी कहा कि जनता दल (यूनाइटेड) के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा से भी उन्होंने आग्रह किया है कि पार्टी के नेता भगवान सिंह कुशवाहा और राधाचरण शाह को टिकट न दिया जाए, अन्यथा वे इनके खिलाफ भी प्रचार करेंगे।

सिंह के मुताबिक, जद (यू) के इन दोनों नेताओं ने भी लोकसभा चुनाव के दौरान उनके खिलाफ काम किया था।

भाषा
पटना


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